1. 1. बोधगया ---- बिहार राज्य के गया जिले में स्थित एक नगर , हैं जिसका गहरा एतिहासिक और धार्मिक महत्व हैं | यहा महात्मा बुद्ध को बोधि वृक्ष के तले ज्ञान प्राप्त हुआ था | बोध का आशय ज्ञान हैं | बोधगया राष्ट्रीय राजमार्ग 83 पर स्तिथ हैं |
· बिहार में इसे मंदिरों के शहर के नाम से जाना जाता हैं |
· इस गाँव के लोंगो की किस्मत उस दिन बदल गई जिस दिन एक राजकुमार ने सत्य की खोज के लिए अपने राजसिंहासन को ठुकरा दिया | बुद्ध के ज्ञान की यह भूमि आज बौद्धों के सबसे बड़े तीर्थस्थल के रूप में प्रसिद हैं |
· आज विश्व के हर धर्म के लोग यहा घुमने आते हैं | यहा का प्रसिद मंदिर महाबोधि मंदिर हैं |
· बोधगया का प्राचीन नाम उरुबिल्ब (उरुबेल) था | प्राचीन कल में यह भूमि हिन्दू संतो की तपोभूमि रहा हैं | बाद में यह बौद्ध धर्म के संतो की तपोभूमि बन गया हैं |
· थाई मठ यहा का देखने लायक जगह हैं यह मठ इसलिए खास हैं , क्यूंकि इसे थाईलैंड के राजा ने बनवाया था | इस मठ में आपको थाई कला के नमूने देखने को मिलेंगे थाई मठ के बारे में माना जाता हैं की भारत में यह एकमात्र थाई मठ हैं |
· देश के प्राचीनतम गुफाओ में एक बराबर गुफा को देश की प्राचीनतम गुफाओ में से एक माना जाता हैं | यहा अशोक काल के शिलालेख मौजूद हैं | ये खुबसूरत गुफाये चट्टानों को काटकर बनाई गई हैं |
2. पटना ---- पटना भारत के बिहार राज्य के पटना जिले में स्थित एक एतिहासिक नगर हैं , और राज्य की राजधानी हैं | यह बिहार का सबसे बड़ा नगर हैं | पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र , पुष्पपुरी और कुसुमपुर था |
· पटना में कई धर्मो के महत्वपूर्ण स्थल भी हैं, प्राचीन बौद्ध और जैन तीर्थस्थल वैशाली , राजगीर , नालंदा , बोधगया और पावापुरी पटना शहर के आस पास ही हैं, पटना सिखो के लिए भी पवित्र स्थल हैं सीखो के 10वे तथा अंतिम गुरु गोविन्द सिंह का जन्म पटना में ही हुआ था |
· पटना को दुनिया के सबसे पुराने शहरो में से एक होने का गौरव प्राप्त हैं और इतिहास में हमेशा से इसकी गौरवशाली उपस्तिथि रही हैं | पाटलिपुत्र पवित्र गंगा नदी के दक्षिणी तट के पास स्थित हैं |
· दुनिया का सबसे लम्बा पानी पर बनाया गया पुल महात्मा गाँधी सेतु जो पटना में गंगा नदी पर स्थित हैं |
· पटना में घुमने लायक कुछ जगहे – पटना संग्राहलय, महावीर मंदिर, पटना साहिब गुरुद्वारा, गोल घर, नालंदा विश्वविधालय संजय गाँधी बायोलॉजिकल पार्क , जल मंदिर
· पटना संग्राहलय – इसे जादूघर के नाम से भी जाना जाता हैं तथा इस संग्राहलय में प्राचीनतम पटना के हिन्दू और बौद्ध धर्म की बहुत सारी निशानिय भी मौजूद हैं, जो की लगभग 30 करोड़ साल पुराने वृक्ष के तने का वहा पर फासिल रखा हुआ हैं
· महावीर मंदिर --- पटना में स्थित संकट मोचन राम भक्त हनुमान मंदिर बना हुआ हैं जो की पटना जाक्सन के बाहर की तरफ बना हुआ हैं | नया बाज़ार में मौजूद हैं था वही
मस्जिद के साथ बनाया गया मुस्लिम और हिन्दू मंदिर मस्जिद को एकता का प्रतिक माना जाता हैं |
· पटना साहिब गुरुद्वारा ---- पटना में स्थित यह गुरुद्वारा शहर के मध्य में स्थित हैं | यह सीखो का प्रसिद तीर्थस्थल हैं | इस गुरूद्वारे का निर्माण महाराजा रणजीत सिंह द्वारा करवाया गया था, जो की सिखों के गुरु गोविन्द सिंह जी की याद में इस गुरूद्वारे को बनवाया गया था | गुरु गोविन्द सिंह जी सीखो के अंतिम था दसवे गुरु थे | इस गुरु द्वारे में हजारो की तादाद में लोंगो के खाने तथा ठहरने की व्यवस्था की जाती हैं |
1. 3. राजगीर ---- बिहार राज्य के नालंदा जिले में राजगीर शहर हैं | इस शहर का इतिहास सदियों पुराना हैं | यह कभी मगध साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था जिससे बाद में मौर्य साम्राज्य का उदय हुआ | राजगिर का धार्मिक और एतिहासिक महत्व हैं | राजगीर जिस समय मगध की राजधानी थी, उस समय इसे ‘राजगृह’ के नाम से जाना जाता था |
· राजगीर की पहाड़िया विश्व प्रसिद हैं | पहाड़ी 388 मीटर मध्य बिहार राज्य यह दक्षिण गंगा के मैदान के विस्तार को भंग करती हैं |
· पांच पहाडियों के बिच स्थित हैं राजगीर --- विपुलाचल , रत्नागिरी , उदयगिरी , स्वर्णगिरी , वैभारगिरी |
· राजगीर के पर्यटक स्थल --- गृद्धकूट पर्वत , वेणुवन , गर्म जल के झरने , सोन भंडार गुफा , राजगीर का गिलास ब्रिज , लक्ष्मी नारायण मंदिर
· गृद्धकूट पर्वत --- इस पर्वत पर बुद्ध ने कई महत्वपूर्ण उपदेश दिए थे | जापान के बुद्ध संघ ने इसकी चोटी पर एक विशाल “शांति स्तूप” का निर्माण करवाया है जो आजकल पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केन्द्र बना हुआ हैं |
· वेणुवन --- बांसों के इस रमणीक वन में बसे “वेणुवन विहार” की बिम्बिसार ने भगवान बुद्ध के रहने के लिए बनवाया था |
· गर्म जल के झरने ---- वैभव पर्वत की सिदियो पर मंदिरों के बिच गर्म जल के कई झरने हैं जहा सप्त्कर्नी गुफाओ से जल आता हैं | इन झरनों के पानी में चिकित्सीय गुण होने के प्रमाण मिले हैं |
· सोन भंडार गुफा --- यह स्थान प्राचीन काल में जरासंध का सोने का खजाना था | कहा जाता हैं की अब इस पर्वत की गुफा के अन्दर अतुल मात्रा में सोना छुपा हैं पत्थर के दरवाजे पर उसे खोलने का रहस्य भी किसी गुप्त भाषा में खुदा हुआ हैं | वह किसी और भाषा में नही बल्कि शंख लिपि हैं और वह लिपि बिन्दुसार के शासन काल में चला करती थी |
1. 4. रोहतास ---- रोहतास जिला भारत के बिहार राज्य के अड़तीस जिलो में से एक हैं | यह अस्तित्व में आया जब शाहाबाद जिले को 1972 में भोजपुर और रोहतास में विभाजित किया गया था | जिले का प्रशासनिक मुख्यालय सासाराम हैं |
· रोहतास में रोहतास के किले , मकबरे , मंदिर , और मस्जिदों के अतिरिक्त यहा के प्रताप , बराज एवम बांध आदि पर्यटको को आकर्षित करने के भरपूर संभावना रखते हैं |
· रोहतास (सासाराम) में घुमने की जगहे --- शेर शाह शुरी का मकबरा , हसन शाह शुरी का मकबरा , मंझार कुंड जल प्रताप , तारा चंडी मंदिर रोहतास , मां तुतला भवानी इको पर्यटन स्थल, रोहतासगद का किला
· शेरशाह शुरी का मकबरा ---- यह मकबरा रोहतास का एक प्रमुख पर्यटन स्थल हैं | यह रोहतास जिले के सासाराम में स्थित हैं | यह मकबरा देखने में बहुत ही सुन्दर हैं | यह मकबरा एक तालाब के बिच में बना हुआ हैं | इस मकाबरे तक जाने के लिए एक पुल बना हुआ हैं | यह मकबरा शेरशाह शुरी का हैं शेरशाह शुरी का असली नाम फरीद खान था | ये भारत के महान शासको में से एक थे | आप यहां पर अपनी फॅमिली और दोस्तों के साथ आ सकते हैं | यहा पर गार्डन बना हुआ हैं जहा पर आप बैठकर इस मकाबरे के सुन्दर दृश्य को देख सकते हैं |
· तारा चंडी मंदिर रोहतास ---- ये मंदिर रोहतास जिले का एक बहुत ही प्राचीन और प्रसिद मंदिर है | यह मंदिर कैमूर के पहाडियों के पास स्थित हैं | यह मंदिर एक शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद हैं | यहा पर आपको गर्भगृह में माता की बहुत सुन्दर प्रतिमा देखने को मिलती हैं | यह जगह बहुत सुन्दर हैं | मंदिर के पीछे कैमूर की सुन्दर पहाड़िया देखने को मिलती हैं | यहा पर नवरात्री में बहुत ही जायदा भीड़ रहती हैं | यहा आकर माता के दर्शन करने से बहुत शांति मिलती हैं | यह रोहतास में घुमने लायक एक मुख्य जगह हैं|
· माँ तुतला भवानी ---- यह पर्यटन स्थल रोहतास का एक प्रमुख प्राकृतिक पर्यटन स्थल हैं| यह एक प्राचीन मंदिर हैं जो रोहतास जिले के तिलौथु प्रखंड में स्थित हैं | यह मंदिर कैमूर की पहाडियों पर बना हुआ हैं | यह जगह धर्मीक होने के साथ साथ प्राकृतिक भी हैं| यहा पर चारो तरफ आपको जंगल , घटी , नदी , पहाड़ और झरने का सुन्दर दृश्य देखने को मिलता हैं | यहा पर मंदिर के पास में ही एक झरना बहता हैं , जो बहुत सुन्दर हैं | यह झरना ऊँची पहाड़ी से गिरता हैं और यह झरना कुंड में गिरता हैं | यहा पर आपको एक हैंगिंग पुल देखने के लिए भी मिलता हैं, जो बहुत ही मजेदार रहता हैं |
5. वैशाली ---- वैशाली एक महान बौद्ध तीर्थ हैं और भगवान महावीर का जन्म स्थान भी हैं | ऐसा कहा जाता हैं की बुद्ध ने तीन बार इस जगह का दौरा किया और यहा काफी समय बिताया | बुद्ध ने वैशाली में अपना आखिरी प्रवचन भी दिया और यहा आपने निर्वाण की घोषणा की | उनकी मृत्यु के बाद , वैशाली ने दूसरी बौद्ध परिषद भी आयोजित की |
· वैशाली शहर मुख्य रूप से गौतम बुद्ध के कारण प्रसिद हैं | यहा पर देश विदेशो से भी पर्यटक वैशाली घुमने के लिए आते हैं | यहा पर बौद्ध स्तूप , बौद्ध बिहार , अशोक स्तंभ , बौद्ध मंदिर देखने के लिए मिल जाते हैं | वैशाली जिले का नाम विशाल राजा के नाम पर रखा गया हैं |
· बौद्ध स्तूप एवं अशोक स्तंभ वैशाली --- बौद्ध स्तूप एवं अशोक स्तंभ वैशाली का एक एतिहासिक स्थल हैं | यहां पर आपको अशोक स्तंभ देखने को मिलता हैं | अशोक स्तंभ लाल बलुआ पत्थर पर बना हुआ हैं | यह स्तंभ पूरी तरह से पॉलिश हैं और चमकदार है|
अशोक स्तंभ की स्थापना सम्राट अशोक के द्वारा की गई थी | यह स्तंभ 2000 साल से भी पुराना हैं | यहा पर आपको बहुत सारे सुन्दर सुन्दर स्मारक देखने को मिलते हैं
· सोनपुर का मेला --- सोनपुर का मेला एक प्रसिद मेला हैं | यह मेला हर साल नवम्बर और दिसम्बर के समय कार्तिक पूर्णिमा में लगता हैं | यह मेला पुरे भारत देश में प्रसिद हैं | यह मेला वैशाली जिले के पास सोनपुर में लगता हैं | सोनपुर सारण जिले के अंतर्गत आता हैं | यहा पर बहुत बड़ा पशु मेला लगता हैं , जिसमे सभी प्रकार के पशु की आप खरीद सकते हैं और बेच सकते हैं | मेले में आपको बहुत सारे दुकाने और झूले देखने के लिए मिलते हैं, जहा पर आप एन्जॉय कर सकते हैं |