111.जयपुर --- जयपुर का अर्थ हैं – जित का नगर | इसे कुशवाहा राजपूत राजा सवाई जय सिंह, दितीय ने 1727 में बसाया था | उस समय का यह प्रथम नगर था जो योजनाबद्ध दंग से बसाया गया था | इसका खाका तैयार किया था वास्तु शिल्पी विधाधर भट्टाचार्य ने | जयपुर को गुलाबी नगर के नाम से भी जाना जाता हैं | जयपुर राजस्थान राज्य की राजधानी हैं |
· प्राचीनकाल में यह अम्बावती एवं अंबिकापुर के नाम से जाना जाता था |
· जयपुर में पर्यटन स्थलों की भरमार है जिनमे प्रमुख आमेर किला , जयगद , हवामहल , नहारगद , जंतर मंतर , जल महल , सिटी पैलेस , गैटोर आदि हैं |
· हवा महल जयपुर का प्रसिद दर्शनीय स्थल हैं | महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने इस महल को 1799 में बनवाया था |
· जन्तर मंतर विश्व की सबसे बड़ी वेधशाला हैं | इसका निर्माण महाराजा जय सिंह दिव्तीय के समय में कराया गया था |
· जयपुर के आमेर किले में हाथी की सवारी की जाती हैं | जो पर्यटक में बहुत ज्यादा प्रसिद हैं|
1. 2. उदयपुर --- उदयपुर भारत के राजस्थान राज्य के उदयपुर जिले में स्थित एक नगर हैं | यह राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन स्थल हैं जो अपने इतिहास , संस्कृति , और अपने आकर्षक स्थलों के लिए प्रसिद हैं | इसे “पूर्व के वेनिस” के नाम से भी जाना जाता हैं |
· इसे सन 1567 में महाराणा उदयसिंह ने स्थापित किया था | इस शहर का पुरातात्विक नाम “शिवी/ “प्राग्वत मेदपाट” था | अपनी झीलों के कारण यह शहर “झीलों की नगरी” के नाम से भी जाना जाता हैं |
· एशिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्टिफीसियल मीठे पानी का झील हैं उदयपुर में हैं |
· विश्व की दूसरी सबसे लम्बी दीवार उदयपुर में हैं | उदयपुर के पास स्थित कुम्भलगद किले की दीवार दुनिया की दूसरी सबसे लम्बी दीवार हैं |
· सिटी पैलेस को उदयपुर की की शान कहा जाता हैं | ये पैलेस सफ़ेद संगमरमर पत्थरों से बना हुआ हैं | ये सिर्फ उदयपुर ही नही , बल्कि पुरे राजस्थान के सबसे बड़े महलो में से एक हैं |
· नेहरु द्वीप उधान फतेह सागर झील के बिच एक टापू पर नेहरु पार्क बना हुआ हैं | झील के बिच ये पार्क बहुत ही आकर्षक लगता हैं |
· गुलाब बाग इस बाग़ में खुबसूरत फूलो के साथ साथ बच्चो के मनोरंजन के लिए भी बहुत कुछ हैं | यहा चिड़ियाघर , बच्चो वाली ट्रेन भी हैं |
3. माउंट आबू ---- माउंट आबू भारत के राजस्थान राज्य के सिरोही जिले में स्थित एक नगर हैं| यह अरावली पहाडियों में स्थित एक हिल स्टेशन हैं जो एक 22 किमी लम्बे और 9 किमी चौड़े ऊँची चोटी 1,722 मी ऊँचा गुरुशिखर हैं | माउंट आबू अपने प्राकृतिक सौन्दर्य के कारण राजस्थान का स्वर्ग कहलाता हैं |
· माउंट आबू की शान नक्की झील अपने अद्वितीय सौन्दर्य एवं प्राकृतिक छटा से सबका मन मोह लेने वाली माउंट आबू की प्रसिद नक्की झील देखे बिना माउंट आबू की यात्रा अधूरी मानी जाती हैं |
· माउंट आबू हिन्दू और जैन धर्म का प्रमुख तीर्थस्थल हैं | यहा के एतिहासिक मंदिर और प्राकृतिक खूबसूरती सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं | माउंट आबू पहले चौहान साम्राज्य का हिस्सा था |
4. 4. जोधपुर ---- जोधपुर को ‘ थार के प्रवेश द्वार’ के रूप में जाना जाता हैं क्युकी यह शहर रेगिस्तान की सीमा पर स्थित हैं | यह शहर 1459 ई. में राठौर परिवार के नेता राव जोधा द्वारा स्थापित किया इससे पहले शहर को ‘ मारवाड़’ नाम से जाना जाता था किन्तु वर्तमान नाम शहर के संस्थापक , एक राजपूत मुखिया राव जोधा के नाम पर दिया गया हैं |
· जोधपुर को सूर्य नगरी के नाम से भी जाना जाता हैं | यहा के अधिकतर घरो का कलर नीला हैं इसी कारण जोधपुर को ब्लू सिटी के नाम से भी जाना जाता हैं |
· जोधपुर राजस्थान राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है | यहा की हस्तकलाए , दुर्ग , पहनावा , संस्कृति , तथा रीती रिवाज अपने आप में बहुत अधिक खुबसूरत हैं |
· जोधपुर आने वाले पर्यटक मखनिया लस्सी , जो दही और चीनी से बनता हैं , जैसे स्थानीय वयंजन का स्वाद ले सकते हैं | इसके अलावा मावा कचौड़ी , प्याज की कचौड़ी और मिर्ची वाडा सहित कई व्यंजन भी अपने सुगंध और स्वाद से भोजन प्रेमियों को लुभाते हैं |
· जोधपुर घुमने के लिए एक बहुत अच्छी जगह हैं | यह आपको दुर्ग से लेकर महल, महँगी होटल आदि कई घुमने लायक स्थान मिल जायेंगे | जोधपुर में प्रसिद घुमने लायक जगह में सबसे प्रमुख मेहरानगढ़ दुर्ग , उम्मेद भवन , मोती महल , सरदार चौकी तथा जसवंतथडा प्रमुख हैं |
5. 5. जैसलमेर ---- जैसलमेर भारत के राजस्थान प्रान्त का एक शहर हैं | भारत के सुदूर पक्षिम में स्थित थार के मरुस्थल में जैसलमेर की स्थापना भारतीय इतिहास के प्रारम्भ में 1178 ई. के लगभग यदुवंशी राजपूत भाटी के वंशज रावल-जैसल द्वारा की गई थी |
· जैसलमेर की प्रसिद मिठाई घोटुवा देशभर में पसंद की जाती हैं | जैसलमेर के लोग जो देश के अलग-अलग शहरो में रहते है वे आर्डर पर मंगवाते हैं |
· जैसलमेर जिले का भू-भाग प्राचीन कल में ‘माड्धरा’ अथवा ‘वल्लभमंडल’ के नाम से प्रसिद था |
· जैसलमेर को स्वर्ण नगरी के नाम से भी जाना जाता है | इस शहर को राजस्थान का अंडमान भी कहा जाता हैं |
· पटवो की हवेली जैसलमेर की एक प्रसिद जगह है |यहा पर आपको पांच हवेलिया देखने के लिए मिलती हैं | पटवा की हवेली के अन्दर बहुत सारी प्राचीन वस्तुओ का संग्रह देखने के लिए मिल जायेगा |
· पटवो की हवेली , अपनी अनूठी वास्तुकला और डिज़ाइन के साथ साथ जैसलमेर और राजस्थान में सबसे महत्वपूर्ण हवेलियो में से एक हैं |
· जैसलमेर का किला ये किला भव्य यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल हैं | पूरा किला पीले बलुआ पत्थरों से बना हुआ हैं और देखने में बहुत खुबसूरत लगता हैं | लोग यहा विशेष रूप से सूर्यास्त देखने आते हैं | सूर्य की किरने पुरे किले की शोभा में चार चाँद लगा देती हैं |
6. 6. पुष्कर ---- पुष्कर भारत के राजस्थान राज्य के अजमेर जिले में स्थित एक नगर व प्रमुख हिन्दू तीर्थस्थल हैं | यहा प्रतिवर्ष प्रसिद पुष्कर मेला लगता हैं, और यहा देश का एकलौता ब्रम्हा मंदिर हैं | पुष्कर अजमेर शहर से 14 किमी दूर स्थित हैं | दुनिया में हिन्दू मान्यता के अनुसार पांचवा तीर्थ भी पुष्कर को माना जाता हैं | हरिद्वार की तरह ही पुष्कर भी हिन्दुओ का एक बड़ा तीर्थस्थल होने के करण ही इसे तीर्थराज कहा जाता हैं |
· पुष्कर शहर में सिर्फ राज्य या देश का नही, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा ऊंट मेला लगता हैं |
· यह शहर गुलाब की खेती लिए भी प्रसिद हैं | इसे राजस्थान का रोज गार्डन भी कहा जाता हैं | यह पर आने वाला हर व्यक्ति मंत्रमुग्ध हो जाता हैं |
· पुष्कर पशु मेला एशिया में सबसे बड़ा पशु मेला हैं | यहा पर तरह तरह के ऊंट , घोड़े , गाय , बकरिया , और अन्य जानवर देखने को मिलते हैं | जानवरों के बिच काम्प्तिसन भी होता हैं |
Osm 😍😍
ReplyDeleteJai mahakal
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