हिमाचल प्रदेश के 5 ऐसी जगह जहा सभी को एक बार जरुर घूमना चाहिए | (Himachal Pradesh)

Aditya
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1.  1.     कसौली  --- समुंदरी तल से 1795 की ऊंचाई पर स्थित कसौली हिमाचल प्रदेश का एक छोटा पर्वतीय स्थल हैं | यह शिमला के दक्षिण में 77 किलो मीटर की दुरी पर स्थित हैं और टॉय ट्रेन पर जो समय शिमला की पहाडियों के पास पहुँचाने पर कसौली दिखाई देता हैं | अपनी सफाई और सुन्दरता के कारण मशहूर कसौली में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं | 

·        कसौली में सबसे सुन्दर और सबसे अचछी जगहो में से एक गिल्बर्ट ट्रेल सचमुच एक स्वर्ग हैं | दोनों और हरियाली से घिरा यह इएक 1.5 किमी लम्बा पतथर का रास्ता हैं | यह स्थान कसौली में पक्षियों को देखने के लिए भी एक अच्छा स्थान हैं|

·        कसौली में सभी दर्शनीय स्थलों में से मंकी पॉइंट सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक हैं, जिसे आपको अपने यात्रा के दौरान निश्चित रूप से देखना चाहिए | इसके शीर्ष पर एक हनुमान मंदिर भी हैं | ऐसा माना जाता हैं की संजीवनी बूटी ले जाते समय भगवान हनुमान ने इस स्थान पर विश्राम किया था |

·        यहा पर और भी बहुत जगहे है जहा आपको घूमना चाहिए – सनसेट पॉइंट , सनराइज पॉइंट , गोरखा किला इत्यादि जगहे |

·        कसौली जाने का सही समय दिसम्बर और जनवरी का समय हैं | यहा एडवेंचर के शौक़ीन लोंगों के लिए मानसून का मौसम एक बहुत अच्छा समय हैं |

1   2.  धर्मशाला --- भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले में स्थित एक नगर हैं | यह जिले का मुख्यालय भी हैं | पक्षिमी हिमाचल प्रदेश में स्थित धर्मशाला दलाई लामा और निर्वासन में सभी तिबब्तियो के घर के रूप में राज्य के बौद्ध दौरे में एक प्रमुख नाम हैं |

·        धर्मशाला भारत का एक प्रमुख धार्मिक शहर होने के साथ एक प्रसिद तीर्थस्थल भी हैं |

·        धर्मशाला में कुछ पर्यटक स्थल हैं --- धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम , युद्ध स्मारक स्टेडियम , डल झील और नाडी धर्मशाला, ज्वालामुखी देवी मंदिर , भाग्सू फॉल्स , नाम्गयल मठ , मैक्लोडगंज, दलाई लामा मंदिर, कांगड़ा कला संग्राहलय , मसरूर रॉक कट मंदिर |

·        धर्मशाला की राजसी हिमालय पर्वत की गोद में बसा एक छोटा सा क्रिकेट स्टेडियम हैं जो समुन्द्र स्थल से 1457 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं | आपको बता दे की यह क्रिकेट मैदान दुनिया के सबसे ऊँचे खेल मैदानों में से एक हैं |

·        वार मेमोरियल धर्मशाला में देखने की खास जगहों में से एक हैं | यह समरक शहर के पास देवदार के जंगलो में स्थित हैं और यह जगह यात्रा करने के लायक हैं | यह स्मारक हैं जो धर्मशाला के प्रवेश बिंदु पर उन लोंगो की याद में बनाया गया हैं जिन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी थी |

·        डल झील निचली धर्मशाला से 11 किमी दूर हैं और पहाडियों के पास देवदार के पेड़ो के बिच स्थित हैं | यह स्थान ट्रैकिंग और भ्रमण के लिए एक शुरूआती बिंदु है जो वाक के लिए झील के चारो ओर कवर किया गया हैं | इस झील के किनारे छोटा शिव मंदिर भी स्थित हैं जहा एक शानदार मेला लगता हैं |



1.    3.  शिमला --- शिमला हिमाचल प्रदेश की राजधानी हैं | यह ब्रिटिश शासन के दौरान पूर्व में ग्रीष्मकालीन राजधानी थी | शिमला शहर कई पहाडियों पर बना हुआ हैं और लकीरे जुडी हुई हैं |

·        शिमला में सबसे प्रसिद शिमला की सबसे ऊँची जगह जाखू हिल को शिमला के सबसे प्रसिद पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता हैं | खुबसूरत अल्पाइन पेड़ो से आच्छादित समुन्द्र तल से 8000 फिट की ऊंचाई पर स्थित जाखू हिल एक प्राचीन हनुमान मंदिर का स्थान हैं जिसमे इस हिन्दू देवता की दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति (108 फिट ) होने का दावा किया गया हैं |

·        शिमला उतरी भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशन में से एक हैं और इसे “ पहाड़ो की                           रानी “ भी कहा जाता हैं | `

·        शिमला की कुल जनसँख्या लगभग 1,45,000 हैं | यहा के लोंगो द्वारा मुख्य रूप से हिंदी भाषा बोली जाती हैं | इसके अलावा कुछ लोग अन्य स्थानीय भाषाये भी बोलते हैं |

·        शिमला में कुछ प्रसिद पर्यटक स्थल – द रिज शिमला , कुफरी , माल रोड , जाखू हिल , कालका हिल , सोलन , मनाली , आर्की किला , नालदेहरा , दारा घाटी अभ्यारण्य , शिमला राज्य संग्रालय आदि |

·        शिमला घुमने में औसतन खर्चा एक सप्ताह के लिए शिमला की एक बजट यात्रा में एक भारतीय यात्री के लिए लगभग 15000-20000 खर्चा होंगे, इसमें हवाई किराया या ट्रेन का किराया, शहर के भीतर परिवहन आवास और कुछ भोजन शामिल हैं |

शिमला जाने का सही समय मार्च से जून तक है ; शिमला में यह एक लोकप्रिय पर्यटन सीजन हैं क्युकी मौसम काफी सुखद और बाहरी गतिविधियों के लिए एकदम सही हैं | 


 

1.    4.  डलहौजी ---- भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य चंबा जिले में स्थित एक नगर हैं |डलहौजी एक बहुत ही खुबसूरत और मनमोहक पर्वतीय स्थल हैं | पर्वतो से घिरी इस जगह पर देखने को बहुत कुछ हैं | डलहौजी को सन 1854 में एक ब्रिटिश गवर्नर लार्ड डलहौजी ने स्थापित किया था ताकि वह यहा की सुन्दर खुबसूरत वादियों में यहा के शांत वातावरण में कुछ अच्छा समय बिता सके , और आज डलहौजी लोंगो की नजर में एक बहुत प्रसिद पर्यटन बन चूका है |   

·        पर्यटन आकर्षण --- सेंट पैट्रिक चर्च , मणिमहेश यात्रा , लक्ष्मीनारायण मंदिर , कालाटोप वन्यजीव अभायारन्य , पंचफुला |

·        खाज्जियार डलहौजी से 22 किलोमीटर दुरी पर स्थित हैं जो डलहौजी का प्रमुख पर्यटन स्थल हैं | समुन्द्र तल से 1890 मीटर ऊंचाई पर स्थित खाज्जियर को मिनी स्विट्जरर्लैंड व मिनी गुलमर्ग के नाम से जाना जाता हैं |

·         डलहौजी का प्रमुख पर्यटन स्थल पंचकुला – पंचकुला को लाइफलाइन ऑफ़ डलहौजी के उपाधि से भी जाना जाता हैं | पंचकुला का अर्थ है पांच पुल यह जगह LOC से 3 km की दुरी पर स्थित हैं और यह LOC का मुख्य जल क्ष्रोत माना जाता हैं यह जगह पर आप ट्रेकिंग और खुबसूरत दृश्य को भी देख सकते हैं |

·        डलहौजी के पर्यटन स्थल चमेरा झील – यह झील LOC से 25 किलोमीटर की दुरी पर स्थित हैं चमेरा झील रावी नदी के जल मार्ग में बना हुआ हैं इस झील में वाटर सपोर्ट का भी मजा लिया जा सकता हैं और साथ में ही चमेरा झील एक Hydro electric power project का भी एक भाग हैं | ]



1.   5.   लाहुल स्पिति ---- भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश का एक जिला है लाहुल स्पिति | अपनी ऊंचाई के कारण लाहौल और स्पिति में सर्दियों में बहुत ठण्ड होती हैं | गर्मियों में मौसम बहुत सुहावना होता है| शीतकाल में ठण्ड के कारण यहा बिजली व यातायात की बेहद कमी हो जाती हैं जिस कारण यहा पर्यटन में भारी कमी हो जाती हैं |

·        लाहुल स्पिति के कुछ महत्वपूर्ण स्थान ---- कुंजुम पास , काजा टाउन , चंद्रताल झील |

·        कुंजुम दर्रा (4550 मी ऊंचाई पर स्थित) लाहौल और स्पिति को अलग करता हैं |

·        स्पिति घाटी दुनिया का सबसे ऊँचे डाकघर के लिए प्रसिद हैं | ( और यह डाकघर समुन्द्र तल से 14,567 फिट की ऊंचाई पर स्थित हैं |

·        स्पिति को छोटा तिब्बत भी कहा जाता हैं क्युकी इन दोनों वनस्पति,परिदृश्य और जलवायु में काफी समानता देखने को मिलती हैं |

·        लाहौल-स्पिति में सामान रूप से बौद्ध और हिन्दू धर्म को माना जाता हैं | रंग-बिरंगे बौद्ध प्राथना के झंडे से लेकर हवा की सरसराहट यहा की संस्कृति को बयां करती हैं |

·        त्रिलोकनाथ मंदिर वहा की खुबसूरत चंद्रबाग़ घाटी में स्थित हैं त्रिलोकनाथ मंदिर को 10वी शताब्दी में बनवाया गया था | इसे पहले टुंडा विहार के नाम से भी जाना जाता था | इस मंदिर में हिन्दू के साथ साथ बौद्ध धर्म के लोंगो की आस्था जुडी हुई हैं | कैलाश और मानसरोवर के बाद त्रिलोकनाथ मंदिर सबसे अधिक पवित्र माना जाता हैं |

चंद्रताल झील अर्ध चंद्राकर में हैं इसीलिए इसे चंद्रताल कहा जाता हैं | चन्द्रताल झील ट्रेकिंग के लिए भी बहुत मशहूर हैं और लाहौल-स्पिति आने वाले लोग यहा जरुर आते हैं | कुंजुम पास ये यहा आप पैदल ही आ सकते हैं जबकि बटल से भी पर पहुंचा जा सकता हैं | चंद्रा नदी की ओर मुख किए हुए समुन्द्र टापू पठार पर चन्द्रकाल स्थित हैं | समुन्द्र तट से चंद्रताल 4300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं | 


 

 

 


 


 

 

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